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"Khoon की प्यास अधूरी थी – दहशत का दूसरा अध्याय" Rudraprayag Man Eating Leopard | Jim Corbett |

"Khoon की प्यास अधूरी थी – दहशत का दूसरा अध्याय" Rudraprayag Man Eating Leopard | Jim Corbett |

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ONE MILE AT A TIME....
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Video ID
TVMgS1KizJE
View Count
18,842
Video Duration
0:50:34
Published At
2025-06-05 15:30:14 4mo 28d ago
Video Description
"Khoon की प्यास अधूरी थी – दहशत का दूसरा अध्याय" Rudraprayag Man Eating Leopard | Jim Corbett | #jimcorbett #leopard #rudraprayag #jimcorbettnationalpark #uttarakhand #maneater #corbett #corbettnationalpark Rudraprayag का Man Eater Leopard एक नर तेंदुआ था जिसकी लंबाई लगभग 7 फीट 6 इंच थी और जिसे 125 से अधिक लोगों को मारने के लिए कुख्यात माना जाता है। अंततः इस तेंदुए को प्रसिद्ध शिकारी और लेखक जिम कॉर्बेट ने मार गिराया था। तेंदुए का पहला शिकार 1918 में बेंज़ी गाँव का एक व्यक्ति था। अगले आठ वर्षों तक लोग अकेले रात में केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे हिंदू तीर्थ स्थलों की ओर जाने वाले रास्ते पर जाने से डरते थे, क्योंकि वह रास्ता तेंदुए के इलाके से होकर गुजरता था। गाँववाले अंधेरा होने के बाद अपने घरों से बाहर निकलने से कतराते थे। यह तेंदुआ मानवीय मांस को प्राथमिकता देता था और दरवाज़े तोड़कर, खिड़कियों से छलांग लगाकर, या मिट्टी और घास-फूस की दीवारों को फाड़कर झोपड़ियों में घुस जाता और लोगों को बाहर खींचकर खा जाता। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, तेंदुए ने 125 से अधिक लोगों की जान ली थी। हालांकि, जिम कॉर्बेट का मानना था कि यह संख्या वास्तव में इससे कहीं अधिक थी, क्योंकि कई हमले रिपोर्ट नहीं किए गए थे और कई लोग हमले में घायल होकर बाद में दम तोड़ देते थे।